लहसुन खाने के फायदे (Garlic in Hindi): आपकी सेहत का राजदार

लहसुन का नियमित सेवन करने से हमारे शरीर को अनेक प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। यह एक प्राकृतिक उपचार (Natural Remedy) है।
Usha Mittal
25 Feb, 2024
14 min read

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कल्पना कीजिए एक ऐसी दुनिया, जहाँ छोटे-छोटे चमत्कार रोजमर्रा की चीजों में छिपे होते हैं। ‘लहसुन के अद्भुत फायदे: आपकी सेहत का राजदार’ इस विशेष लेख में, हम आपको लहसुन की एक ऐसी ही जादुई दुनिया में ले जाएंगे।

यह ना सिर्फ एक मसाला है, बल्कि एक जीवन रक्षक अमृत भी है, जिसके गुणों की खोज में हम आज निकलेंगे।

जहाँ हर कली में एक नया रहस्य, हर गाँठ में एक नई जादूगरी छिपी हुई है।

तो आइए, इस अनोखे सफर पर हमारे साथ चलें और खुद देखें कि कैसे लहसुन आपके जीवन को स्वास्थ्य और खुशहाली से भर सकता है।

लहसुन का परिचय: एक चमत्कारी औषधि

लहसुन एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो हमारी रसोई का अभिन्न हिस्सा है।

इसमें अनेक गुण होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल (Antibacterial), एंटीवायरल (Antiviral), और एंटीफंगल (Antifungal) गुण होते हैं, जो इसे विभिन्न संक्रमणों से लड़ने में सक्षम बनाते हैं। [1]

यह हमारे इम्यून सिस्टम (Immune System) को मजबूत करता है, जिससे हम बीमारियों का सामना करने में सक्षम होते हैं।

 इसके अलावा, लहसुन ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को नियंत्रित करने और हार्ट डिजीज (Heart Disease) के जोखिम को कम करने में भी मदद करता है।

इसका नियमित सेवन करने से हमारे शरीर को अनेक प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। यह एक प्राकृतिक उपचार (Natural Remedy) है जो हमें स्वस्थ रखने में मदद करता है। [2]

लहसुन: आयुर्वेद में इसका स्थान और महत्व

लहसुन आयुर्वेद (Ayurveda) में एक विशेष स्थान रखता है। इसे आयुर्वेदिक ग्रंथों में ‘रसायन’ (Rasayana) कहा गया है, जो शरीर की आंतरिक शक्ति को बढ़ाता है और लंबी उम्र का वरदान देता है। इसको इसकी विभिन्न चिकित्सीय (Therapeutic) गुणवत्ता के लिए प्रशंसित किया जाता है। यह अग्नि (Digestive Fire) को प्रज्वलित करने और आम (Toxins) को नष्ट करने में सहायक होता है। [3]

आयुर्वेद के अनुसार, लहसुन वात (Vata) और कफ (Kapha) दोषों को संतुलित करता है, लेकिन पित्त (Pitta) को बढ़ा सकता है।

इसलिए, इसका सेवन संयम में किया जाना चाहिए। लहसुन शरीर में जमा अतिरिक्त कफ को दूर करता है, जिससे सर्दी, खांसी और अस्थमा (Asthma) जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।[4]

इसके अलावा, लहसुन का उपयोग जोड़ों के दर्द (Joint Pain) और गठिया (Arthritis) में भी किया जाता है।

यह रक्त संचार (Blood Circulation) को बेहतर बनाने और चोटों की तेजी से ठीक होने में मदद करता है।

लहसुन का तेल भी विभिन्न त्वचा समस्याओं (Skin Problems) के लिए बाहरी उपचार के रूप में प्रयोग किया जाता है।

1. दिल के लिए लहसुन: हृदय रोगों से लड़ने की शक्ति

लहसुन हृदय स्वास्थ्य (Heart Health) के लिए एक अद्भुत उपहार है। यह हमारे दिल को मजबूत बनाने में मदद करता है और हृदय रोगों (Cardiovascular Diseases) से लड़ने की अपनी शक्ति से हमें चकित कर देता है।

लहसुन रक्तचाप (Blood Pressure) को कम करने में सहायक होता है, जो हृदय रोगों के प्रमुख कारणों में से एक है।[5]

इसके अलावा, लहसुन रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) के स्तर को कम करता है।

 यह हमारे खून की नलियों (Blood Vessels) को स्वस्थ रखने में मदद करता है, जिससे अथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) जैसी समस्याओं का जोखिम कम हो जाता है।

इसका नियमित सेवन धमनियों (Arteries) को चौड़ा करके रक्त प्रवाह (Blood Flow) को सुधारता है, जिससे हृदय (Heart) पर दबाव कम होता है।

 इसके अलावा, यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को भी नियंत्रित करता है, जो रक्तचाप के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कारक है।

2. पाचन में सुधार: असाधारण गुण

लहसुन पाचन तंत्र (Digestive System) के लिए एक वरदान है। यह हमारे पाचन में सुधार लाने में मदद करता है और पेट संबंधी विभिन्न समस्याओं को दूर करता है।

लहसुन पेट की गैस (Gas), अपच (Indigestion), और पेट की सूजन (Inflammation) जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है।

यह पाचन क्रिया को मजबूत करता है और भोजन के बेहतर अवशोषण (Absorption) में मदद करता है।[7]

लहसुन आंतों (Intestines) के स्वास्थ्य को भी सुधारता है। यह पाचन के लिए जरूरी अच्छे बैक्टीरिया (Good Bacteria) को बढ़ावा देता है और हानिकारक बैक्टीरिया (Harmful Bacteria) और कीटाणुओं (Germs) का मुकाबला करता है।

इस तरह, यह हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।[8]

इसके अलावा, लहसुन आंतों की सफाई (Intestinal Cleansing) में भी मदद करता है, जिससे कब्ज (Constipation) और अन्य पाचन सम्बन्धी विकारों से राहत मिलती है।

इसका नियमित सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं कम होती हैं और पाचन क्रिया सुचारु रूप से काम करती है। इस तरह, लहसुन पाचन में सुधार लाने के लिए एक असाधारण गुणों वाला खाद्य पदार्थ है।

3. वजन घटाने में लहसुन की भूमिका: एक प्राकृतिक उपाय

लहसुन वजन घटाने (Weight Loss) में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक प्राकृतिक उपाय (Natural Remedy) के रूप में काम करता है जो मेटाबॉलिज़्म (Metabolism) को तेज़ करके और फैट (Fat) को जलाने में मदद करता है।

इसका सेवन करने से शरीर की अतिरिक्त कैलोरी (Calories) जलाने की क्षमता बढ़ती है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है।[9]

लहसुन भूख को कम करने की अपनी क्षमता के लिए भी जाना जाता है। यह भूख को नियंत्रित करके ओवरईटिंग (Overeating) की समस्या को कम करता है।

इस प्रकार, लहसुन हमें स्वस्थ और संतुलित आहार (Balanced Diet) का पालन करने में मदद करता है।[10]

इसके अलावा, लहसुन शरीर से विषाक्त पदार्थों (Toxins) को बाहर निकालने में भी सहायक होता है, जो वजन घटाने की प्रक्रिया को और भी अधिक प्रभावी बनाता है।

यह शरीर के लिए एक डिटॉक्सिफाइंग एजेंट (Detoxifying Agent) के रूप में काम करता है।

वजन घटाने के लिए लहसुन का उपयोग एक सरल और प्राकृतिक तरीका है। इसे अपनी दैनिक आहार योजना (Daily Diet Plan) में शामिल करके, आप अपने वजन घटाने के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद पा सकते हैं।

4. लहसुन और इम्यून सिस्टम: रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि

लहसुन हमारे इम्यून सिस्टम (Immune System) को मजबूत बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Disease Resistance Capacity) में वृद्धि करता है।

इसमें मौजूद एंटीवायरल (Antiviral), एंटीबैक्टीरियल (Antibacterial), और एंटीफंगल (Antifungal) गुण विभिन्न प्रकार के संक्रमणों से लड़ने में हमारी मदद करते हैं।[11]

यह हमारे शरीर को विभिन्न रोगों के प्रति अधिक प्रतिरोधी बनाता है और सर्दी, फ्लू (Cold, Flu) जैसे संक्रमणों के प्रभाव को कम करता है।

 इसका नियमित सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे शरीर वायरस और बैक्टीरिया के हमलों का बेहतर ढंग से सामना कर सकता है।

लहसुन एलिसिन (Allicin) नामक एक शक्तिशाली यौगिक से समृद्ध होता है, जो इसके इम्यून बूस्टिंग (Immune Boosting) गुणों का मुख्य स्रोत है।

यह यौगिक हमारे श्वेत रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells) की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, जो शरीर के रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।

5. त्वचा और बालों के लिए: सौंदर्य लाभ

लहसुन न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए बल्कि हमारी त्वचा (Skin) और बालों (Hair) के लिए भी अनेक सौंदर्य लाभ (Beauty Benefits) प्रदान करता है।

इसके एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant) गुण त्वचा को युवा और ताज़ा बनाए रखते हैं, जबकि इसके एंटीबैक्टीरियल (Antibacterial) और एंटीफंगल (Antifungal) गुण त्वचा संक्रमणों और मुहांसों (Acne) से लड़ने में मदद करते हैं।[12]

लहसुन का रस या पेस्ट बालों की जड़ों में लगाने से बालों का झड़ना कम होता है और बालों की ग्रोथ (Hair Growth) में सुधार होता है। इसमें मौजूद सल्फर (Sulphur) और अन्य पोषक तत्व बालों को मजबूत और स्वस्थ बनाते हैं।[13]

त्वचा के लिए, इसका उपयोग एंटी-एजिंग (Anti-Aging) उपाय के रूप में किया जाता है। इसके एंटीऑक्सिडेंट गुण फ्री रेडिकल्स (Free Radicals) से लड़ते हैं और त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं।

इसमें मौजूद यौगिक त्वचा की लचीलापन (Elasticity) बढ़ाते हैं, जिससे त्वचा लंबे समय तक युवा और चमकदार बनी रहती है।

6. शुगर कंट्रोल में लहसुन की भूमिका: मधुमेह रोगियों के लिए वरदान

यह शुगर कंट्रोल (Sugar Control) में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए मधुमेह (Diabetes) रोगियों के लिए एक वरदान सिद्ध होता है।

यह ब्लड शुगर लेवल्स (Blood Sugar Levels) को स्थिर रखने में मदद करता है, जिससे मधुमेह के प्रबंधन में सहायता मिलती है।

लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants) और सल्फर युक्त यौगिक (Sulphur-Containing Compounds) इंसुलिन (Insulin) की संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं, जो शरीर में ग्लूकोज (Glucose) के उपयोग को सुधारता है।

इसका सेवन इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) को कम कर सकता है, जिससे शरीर शुगर को अधिक प्रभावी ढंग से प्रोसेस कर पाता है।

यह मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को भी बेहतर बनाता है, जिससे शुगर के स्तर पर नियंत्रण रखने में मदद मिलती है।[17]

मधुमेह रोगियों के लिए, लहसुन को उनके दैनिक आहार (Daily Diet) में शामिल करना एक स्वस्थ विकल्प हो सकता है। इसे कच्चा खाने, व्यंजनों में मिलाने या लहसुन के सप्लीमेंट्स (Garlic Supplements) के रूप में उपभोग करने से मधुमेह के प्रबंधन में सहायता मिल सकती है।

7. एंटीसेप्टिक के रूप में: प्राकृतिक उपचार

लहसुन का उपयोग एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक (Antiseptic) के रूप में सदियों से किया जा रहा है। इसके एंटीबैक्टीरियल (Antibacterial) और एंटीफंगल (Antifungal) गुण घावों (Wounds) और इंफेक्शन्स (Infections) के उपचार में मददगार होते हैं।

इसका रस या पेस्ट सीधे घाव पर लगाने से इंफेक्शन को रोकने और घाव को जल्दी ठीक करने में मदद मिलती है।[19]

इसकी कुछ कलियों (Cloves) को पीसकर या उनका रस निकालकर उसे कट्स (Cuts) या खरोंचों (Scratches) पर लगाया जा सकता है।

इसका उपयोग त्वचा के इंफेक्शन्स, जैसे कि फंगल इंफेक्शन्स (Fungal Infections), पर भी किया जाता है। लहसुन के एंटीइंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण इंफ्लेमेशन (Inflammation) को कम करने में भी सहायक होते हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि लहसुन का सीधा उपयोग कुछ लोगों में त्वचा की जलन (Skin Irritation) का कारण बन सकता है।

इसलिए, इसका उपयोग करने से पहले थोड़ी मात्रा में परीक्षण कर लेना चाहिए। इसके ये प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण इसे घरेलू उपचारों में एक उपयोगी सामग्री बनाते हैं।

8. लहसुन के तेल का उपयोग: मालिश और आराम में

लहसुन के तेल (Garlic Oil) का उपयोग मालिश (Massage) और शारीरिक आराम (Physical Relaxation) में एक प्रभावी साधन के रूप में किया जाता है।

इस तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण होते हैं जो मांसपेशियों की सूजन (Muscle Inflammation) और दर्द (Pain) को कम करने में सहायक होते हैं।[20]

लहसुन के तेल की मालिश जोड़ों के दर्द (Joint Pain), गठिया (Arthritis) और अन्य मांसपेशी संबंधी विकारों (Muscular Disorders) में राहत प्रदान कर सकती है।

यह रक्त संचार (Blood Circulation) को भी बेहतर बनाता है, जिससे शरीर में तनाव (Stress) और थकान (Fatigue) कम होती है।

लहसुन का तेल बनाने के लिए, इसकी कुछ कलियों को पीसकर उन्हें गर्म तेल में डालें और धीमी आंच पर कुछ समय तक पकाएं। इस तेल को छानकर एक बोतल में स्टोर कर लें और जरूरत पड़ने पर मालिश के लिए उपयोग करें।

इसके अलावा, लहसुन के तेल का उपयोग कान के दर्द (Earache) में भी राहत पहुंचाने के लिए किया जाता है। कुछ बूँदें कान में डालने से दर्द में कमी आती है।

लहसुन का उपयोग करने के विभिन्न तरीके: किचन से लेकर दवाई तक

लहसुन हमारे किचन से लेकर दवाई तक विभिन्न रूपों में उपयोगी होता है।

 इसके स्वाद और स्वास्थ्य लाभों का उपयोग हम रोजमर्रा की खाना पकाने की प्रक्रिया में कर सकते हैं।

  • लहसुन की कलियों (Cloves) को पीसकर या काटकर विभिन्न व्यंजनों में मिलाया जा सकता है जैसे कि सूप (Soup), सॉस (Sauce), और मारिनेड्स (Marinades) में, जिससे खाने का स्वाद बढ़ता है।[14]
  • लहसुन का तेल (Garlic Oil) बनाकर इसे औषधि के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। इस तेल का उपयोग मालिश (Massage) के लिए या कान के दर्द (Earache) में राहत पाने के लिए किया जाता है।
  • लहसुन की चाय (Garlic Tea) भी एक लोकप्रिय उपाय है, खासकर सर्दी और फ्लू (Cold and Flu) के मौसम में। इसके अलावा, लहसुन को सीधे खाना या इसे सप्लीमेंट्स (Supplements) के रूप में लेना भी स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
  • बालों की समस्याओं के लिए, लहसुन के रस को नारियल तेल (Coconut Oil) के साथ मिलाकर बालों की जड़ों में लगाना बालों के विकास (Hair Growth) में मदद करता है।
  • लहसुन को अपने आहार (Diet) में शामिल करने के लिए इसे कच्चा खाया जा सकता है, या फिर इसे व्यंजनों में मिलाकर भी उपभोग किया जा सकता है।
  • कुछ लोग लहसुन की सप्लीमेंट्स (Garlic Supplements) का भी उपयोग करते हैं ताकि उच्च रक्तचाप को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित किया जा सके।[16]

गार्डनिंग में लहसुन: पौधों की वृद्धि और सुरक्षा

गार्डनिंग (Gardening) में लहसुन का उपयोग पौधों की वृद्धि (Plant Growth) और सुरक्षा (Protection) में एक असरदार तरीका है। लहसुन की खासियत यह है कि यह प्राकृतिक रूप से कीटनाशक (Pesticide) का काम करता है, जिससे बगीचे के पौधे कीटों (Pests) और रोगों (Diseases) से सुरक्षित रहते हैं।[21]

लहसुन के तेल (Garlic Oil) या पीसे हुए इसको पानी में मिलाकर एक स्प्रे (Spray) तैयार किया जा सकता है, जिसे पौधों पर छिड़काव करने से कीटों का प्रकोप कम होता है।

यह न केवल कीटों को दूर रखता है बल्कि फंगल इंफेक्शन्स (Fungal Infections) से भी पौधों की रक्षा करता है।

इसके अलावा, लहसुन के पौधे (Garlic Plants) भी बगीचे में अन्य पौधों के साथ लगाए जा सकते हैं। इसकी गंध से कई प्रकार के कीट और जानवर दूर रहते हैं, जिससे पौधों की सुरक्षा होती है।

लहसुन के सेवन के दौरान सावधानियां और साइड इफेक्ट्स

लहसुन के सेवन के दौरान कुछ सावधानियां और संभावित साइड इफेक्ट्स (Side Effects) हो सकते हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है।

इसका अधिक सेवन कुछ लोगों में पेट की समस्याओं (Stomach Issues) जैसे कि गैस (Gas), अपच (Indigestion) और दस्त (Diarrhea) का कारण बन सकता है।

लहसुन में ब्लड थिनिंग (Blood Thinning) गुण होते हैं, इसलिए जिन लोगों को सर्जरी (Surgery) होने वाली हो या जो ब्लड थिनर्स (Blood Thinners) ले रहे हों, उन्हें इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।

कुछ लोगों में लहसुन से एलर्जी (Allergy) हो सकती है, जिसके लक्षण त्वचा पर रैशेज (Rashes), सिरदर्द (Headache), और नाक बहना (Runny Nose) शामिल हैं।

गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) और स्तनपान कराने वाली माताओं (Breastfeeding Mothers) को भी इसका सेवन करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

अतः, लहसुन के फायदे अनेक हैं, लेकिन इसका सेवन संयमित मात्रा में और विशेष परिस्थितियों में सावधानी के साथ करना चाहिए।

FAQs

1. लहसुन का सेवन किस समय करना चाहिए?

उत्तर: लहसुन का सेवन सुबह खाली पेट करना सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस समय इसके स्वास्थ्य लाभों को अधिकतम रूप से पाया जा सकता है।

2. लहसुन के सेवन से क्या फायदे हैं?

उत्तर: लहसुन के सेवन से हृदय रोगों का जोखिम कम होता है, इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, और यह एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुणों के कारण विभिन्न संक्रमणों से रक्षा करता है।

3. लहसुन का अधिक सेवन करने से क्या नुकसान हो सकता है?

उत्तर: इसका अधिक सेवन पेट में जलन, डायरिया, बदबूदार सांस, और अत्यधिक मामलों में रक्तस्रावी विकारों का कारण बन सकता है।

4. क्या लहसुन वजन घटाने में मदद करता है?

उत्तर: हां, लहसुन मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देकर और फैट बर्निंग प्रक्रिया को सक्रिय करके वजन घटाने में मदद कर सकता है।

5. गार्डनिंग में लहसुन कैसे उपयोगी है?

उत्तर: गार्डनिंग में लहसुन कीटनाशक के रूप में उपयोगी है। इसके स्प्रे से कीटों और रोगों को दूर रखा जा सकता है, और यह पौधों की वृद्धि और सुरक्षा में भी मदद करता है।

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