गर्म पानी पीने के फायदे (Benefits of Drinking Warm Water in Hindi)

क्या आप गर्म पानी पीने के फायदों के बारे में जानते हैं? दमकती त्वचा से लेकर वजन घटाने तक, गर्म पानी कई लाभ देता है।
Usha Mittal
25 Oct, 2024
9 min read

यह अक्सर तब होता है जब हमें खांसी-जुकाम हो जाता है या सर्दियों की ठंड हमें जकड़ लेती है। तब भी, बहुत से लोग गर्म पानी पीना पसंद नहीं करते।

कुछ आलस के कारण और कुछ अविश्वास की वजह से। इसके बावजूद, हमारी माताएँ हमें बार-बार गर्म पानी पीने के लिए कहती रहती हैं।

क्यों?

आयुर्वेद में बताया गया है कि गर्म या गुनगुना पानी (Ushnajalapana) पीना हमारे जीवन में कई फायदे जोड़ सकता है। इसे पाचन को बेहतर बनाने से भी जोड़ा गया है। लेकिन, क्या रिसर्च भी ऐसा ही कहती है?

क्या हमें warm water पीना चाहिए?

और अगर हाँ, तो कब पीना चाहिए? सही तापमान क्या होना चाहिए? हम हर पहलू पर चर्चा करेंगे। आइए शुरू करते हैं!

गर्म पानी पीने के फायदे

सिर्फ इसकी आरामदायक गर्मी ही नहीं, बल्कि Ushnajalapana के कई उपचारात्मक (therapeutic) गुण भी होते हैं। ये फायदे इसकी ताकत का सबूत हैं:

1. पाचन में मदद करता है

आयुर्वेद के अनुसार, गर्म पानी का सबसे बड़ा फायदा है कि यह पाचन में सहायता करता है। ऐसा माना जाता है कि गर्म पानी पाचन की अग्नि को बढ़ाता है।

इससे पाचन प्रक्रिया तेज होती है।

आयुर्वेद में गर्म पानी पीने को ‘उष्णजलपान’ (Ushnajalapana) कहा जाता है।[1]
इसमें कहा गया है कि – गर्म पानी पाचन के अंत में मिठास (Svaduvipaka) प्राप्त करता है और पाचन को बेहतर बनाता है। [2]

यह शरीर से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों (toxins) को निकालने में मदद करता है। यह एक प्राकृतिक अमृत है।”

एक अध्ययन भी इस मान्यता की पुष्टि करता है। 2011 के एक अध्ययन में, लोगों ने warm water पीने के बाद बेहतर मल त्याग और गैस की समस्या में राहत महसूस की।[3]

2. कब्ज से राहत दिला सकता है

Ushnajalapana पाचन की अग्नि को बढ़ाकर मल त्याग को आसान बनाता है, जिससे कब्ज की समस्या कम हो सकती है।

यह शरीर को अच्छी तरह हाइड्रेट भी करता है, जिससे कब्ज की परेशानी घटती है।

एक अध्ययन के अनुसार, गर्म पानी थेरेपी पहले दिन में 56% प्रतिभागियों के लिए और तीसरे दिन तक 80% लोगों के लिए प्रभावी साबित हुई।[4]

3. शरीर को डिटॉक्स करता है

Warm water पीने से शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे पसीना और मूत्र के माध्यम से विषाक्त पदार्थ (toxins) बाहर निकलते हैं।

एक अध्ययन के अनुसार, warm water पीने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।

यह पसीने और मूत्र के जरिए विषाक्त पदार्थों के निष्कासन (excretion) को बढ़ावा देता है।  [5]

इसके अलावा, यह शरीर के बंद मार्गों या स्रोतों (strotas) को साफ करने में भी सहायक हो सकता है।

4. मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को बढ़ा सकता है

मेटाबॉलिज्म शरीर की वह क्षमता है, जो भोजन को ऊर्जा में बदलती है और इसे हार्मोन उत्पादन, ऊर्जावान बने रहना आदि के लिए इस्तेमाल करती है।

बेहतर मेटाबॉलिज्म हमें अधिक ऊर्जावान महसूस कराता है।

गर्म पानी में खुद कोई कैलोरी नहीं होती, लेकिन यह शरीर को इस प्रकार तैयार करता है जिससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।

एक अध्ययन में, जिन लोगों ने लगभग 37° C तापमान वाला warm water पिया, उनका मेटाबॉलिज्म बढ़ा। यह बढ़ा हुआ मेटाबॉलिज्म गर्म पानी पीने के 30-40 मिनट बाद चरम पर था।[6]

बेहतर मेटाबॉलिज्म का सीधा संबंध स्वस्थ वजन से होता है। इसका मतलब है कि warm water वजन घटाने में भी तेजी ला सकता है।

इसलिए, गर्म पानी से वजन घटने के दावे पूरी तरह गलत नहीं हैं। इस वजन घटाने के प्रभाव को बढ़ाने के लिए आप गर्म पानी में थोड़ा धनिया और सौंफ मिला सकते हैं।

5. वजन घटाने में सहायक

Ushnajalapana वजन घटाने में मदद करता है, क्योंकि यह तृप्ति की भावना बढ़ाता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है।

एक अध्ययन में पाया गया कि नींबू के साथ गर्म पानी पीने से मेटाबॉलिज्म की दर में बढ़ोतरी होती है, जिससे शरीर अधिक कैलोरी जलाता है और वजन नियंत्रित रहता है। [7]

एक अन्य अध्ययन में बताया गया कि warm water पीने से थर्मोजेनिक (thermogenic) दर 40% तक बढ़ जाती है, जो वजन घटाने की प्रक्रिया में मदद करती है।[8]

 “शारंगधर संहिता मध्य खंड” (“Sharangdhar Samhita Madhyam Khanda) जैसे आयुर्वेदिक ग्रंथ में गर्म पानी के मेदघ्न (fat-cutting) गुणों का वर्णन है।

इसके अनुसार, गर्म पानी और शहद को दिनचर्या में शामिल करना वजन घटाने के दौरान लाभकारी हो सकता है।

6. सर्दी और खांसी के लक्षणों को कम करता है

जैसा कि हमारी माताएँ और आयुर्वेद मानते हैं, गर्म पानी सर्दी और खांसी के प्रभावों को कम करने में मदद कर सकता है।

लेकिन विज्ञान इसके बारे में क्या कहता है? एक अध्ययन, जिसमें सर्दी और फ्लू से पीड़ित लोगों पर शोध किया गया, कुछ संकेत देता है। [9]

सर्दी और नाक बंद होने से परेशान लोगों ने जब warm water पिया, तो खांसी, छींक, नाक बंद होना और ठंड जैसे कई लक्षणों में तुरंत राहत महसूस की।

सर्दी और खांसी से राहत के लिए आप गर्म पानी में अदरक, लौंग और काली मिर्च मिला सकते हैं।

7. सिहरन (Shivering) को कम कर सकता है

हम सभी जानते हैं कि भारतीय सर्दियाँ कैसे हमें कंपकंपी में डाल देती हैं। कई बार कपड़ों की कई परतें भी उन सिहरनों को नहीं रोक पातीं।

लेकिन यह शरीर की सुरक्षा प्रतिक्रिया है। हम ठंड के कारण कांपते हैं ताकि गिरते तापमान को नियंत्रित कर सकें।

Shivering गर्मी पैदा करता है और हमें ठंड से बचाता है। हालांकि, यह हमारी ऊर्जा को भी खर्च करता है। एक साधारण गर्म पानी का कप वही काम कर सकता है।

52° सेल्सियस तापमान पर पानी पीने से पेट में मौजूद थर्मोरेसेप्टर्स (thermoreceptors) सक्रिय हो जाते हैं। जिससे ठंड की सिहरन कम हो जाती है। इसे गर्म कपड़ों के साथ पीना अधिक फायदेमंद होता है।[10]

8. अचलेशिया (Achalasia) में मदद करता है

अचलेशिया शब्द शायद आपके लिए नया हो, लेकिन यह एक ऐसी समस्या है जो कुछ लोगों को प्रभावित करती है।

इसमें भोजन को मुँह से पेट तक ले जाने वाले इसोफेगल (oesophageal) मांसपेशियों का सही तरीके से काम न करना शामिल है ।

जिससे निगलने में कठिनाई होती है। यहाँ गर्म पानी मदद कर सकता है।

Achalasia से पीड़ित लोगों को Ushnajalapana से राहत मिलती है। कई अध्ययनों ने पुष्टि की है कि गर्म पानी पीने के बाद अचलेशिया के लक्षणों में सुधार देखा गया।[11] [12]

 यह दर्शाता है कि गर्म पानी पीने से भोजन नली और उसकी मांसपेशियों का नियमित रूप से ध्यान रखा जा सकता है। यह वाकई में एक अतिरिक्त लाभ है।

9. बेहतर रक्त प्रवाह में मदद करता है

हम सभी जानते हैं कि गर्म पानी की बौछार के नीचे खड़े होना कितना आरामदायक होता है।

यह तनाव को कम करता है और हमें आरामदायक नींद के लिए तैयार करता है। इसका कारण? गर्म पानी रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को रिलैक्स करता है।

यह उन्हें फैलाता है, जिससे रक्त का प्रवाह बेहतर होता है।

हालांकि, इस पर और शोध की जरूरत है, लेकिन माना जाता है कि यह प्रभाव गर्म पानी पीने पर भी हो सकता है।

सोने से पहले हल्का गर्म पानी या कैमोमाइल चाय (chamomile tea) का एक कप पीकर देखें, इससे अच्छी नींद आ सकती है।

10. स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देता है

गर्म पानी त्वचा की नमी बनाए रखने में मदद करता है और रक्त प्रवाह में सुधार करता है, जिससे त्वचा तक पोषक तत्व पहुंचते हैं और विषाक्त पदार्थ (toxins) बाहर निकलते हैं। गर्म पानी पीने से त्वचा का स्वास्थ्य सुधरता है ।

जिससे त्वचा की रूखापन कम होता है और समय से पहले झुर्रियाँ नहीं पड़तीं।

 ये सभी Ushnajalapana के फायदे हैं, जिन पर विश्वास किया गया है, अध्ययन किए गए हैं, और निष्कर्ष निकाले गए हैं।

लेकिन इसके अलावा, ऐसे कई अन्य लाभ भी हैं जिन पर बहुत ज्यादा शोध नहीं हुआ है। उदाहरण के लिए:

  • गर्म पानी त्वचा की चमक बढ़ाता है, क्योंकि यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और मूड को भी बेहतर बनाता है।
  • गर्म पानी की गर्माहट पेट की मांसपेशियों को आराम देती है, जिससे मासिक धर्म के दर्द में राहत मिलती है।
  • बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी गर्म पानी मदद करता है, क्योंकि यह हाइड्रेशन बनाए रखता है और स्कैल्प में रक्त संचार बढ़ाता है।
  • Warm water पीने से हाइड्रेशन बनी रहती है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।

अब, जितना गर्म पानी पीना फायदेमंद है, उतना ही गलत तरीके से पीने पर नुकसान भी हो सकता है।

कुछ बातें हैं, जिन्हें समय, तापमान और मात्रा के बारे में पहले से जानना जरूरी है।

कब नहीं पीना चाहिए गर्म पानी?

गर्म पानी लगभग हर समय फायदेमंद होता है, सिवाय कुछ स्थितियों के। इन्हें ध्यान में रखना चाहिए:

  • हालांकि Ushnajalapana पाचन की अग्नि को बढ़ाता है। लेकिन अगर इसे खाने से पहले, खाने के दौरान या तुरंत बाद पिया जाए तो यह पाचन को बाधित कर सकता है। हमेशा थोड़ा अंतराल रखें।
  • आयुर्वेद के अनुसार, आँखों की समस्याओं, एनीमिया (anaemia) और पेट में सूजन से पीड़ित लोगों को एक साथ ज्यादा गर्म पानी नहीं पीना चाहिए। इसे घूंट-घूंट कर पीने की कोशिश करें।[13]

तो कब पीना चाहिए?

खाली पेट सुबह-सुबह गुनगुना पानी पीने की कोशिश करें, इससे सबसे अच्छे परिणाम मिलते हैं।

गर्म पानी पीने के लिए सही तापमान क्या है?

हमारा शरीर तभी warm water के फायदों का लाभ उठा सकता है जब इसे सही तापमान पर पिया जाए।

हालांकि इस पर बहुत अधिक शोध नहीं हुआ है, लेकिन 37° C से 52° C तापमान वाला पानी पीना आपके शरीर के लिए फायदेमंद हो सकता है। बस इस बात का ध्यान रखें कि आपकी जीभ न जले।

निष्कर्ष

भारत में गर्म पानी पीने की प्रथा बहुत पुरानी है। प्राचीन समय से लेकर आज तक, हमारी माताएँ हमें इसे पीने के लिए प्रोत्साहित करती आई हैं।

और अब, वैज्ञानिक शोधों ने यह साबित कर दिया है कि गर्म पानी पीना सिर्फ आराम देने की परंपरा नहीं है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी भी है।

जहाँ warm water पाचन को सुधारता है और कब्ज से राहत देता है, वहीं यह मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाता है और सर्दी के लक्षणों को कम करता है।

कुछ अध्ययनों ने इसे अचलेशिया जैसी समस्या में भी प्रभावी पाया है।

हालाँकि भविष्य में और भी शोध इसके नए लाभों का खुलासा कर सकते हैं । लेकिन मौजूदा साक्ष्य हमें इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने का सुझाव देते हैं। बस सतर्क रहें। तापमान और समय का ध्यान रखें।

32° C से 57° C के बीच का तापमान सही है, और इसे खाने से पहले, खाने के दौरान, या खाने के तुरंत बाद न पिएं।

तो, क्या आप इस प्राकृतिक उपाय को अपनाने के लिए तैयार हैं, जिसमें बस थोड़ी गर्मी, थोड़ा पानी और थोड़ी समझदारी चाहिए?

FAQs

क्या रोजाना गर्म पानी पीना अच्छा है?

रोजाना गर्म पानी पीना पूरी तरह से सुरक्षित है और इसके फायदों का लाभ उठाया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि बहुत गर्म (piping-hot) पानी न पिएं, बल्कि हल्का गुनगुना पानी पिएं।

Ushnajalapana पीने के कुछ नुकसान भी हैं?

आमतौर पर, गर्म पानी पीने के कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होते, सिवाय इसके कि इसे गलत समय पर पिया जाए। हमेशा ध्यान रखें कि इसे खाने से पहले, खाने के दौरान या तुरंत बाद न पिएं।

क्या सिर्फ गर्म पानी पीना फायदेमंद है?

आप चाहे तो सीधे गुनगुना पानी पी सकते हैं या फिर एक कप चाय बना सकते हैं—जैसे डिटॉक्स चाय, कैमोमाइल जैसी सुकून देने वाली चाय, या फिर कॉफी।

क्या Ushnajalapana शरीर को डिटॉक्स करता है?

हालाँकि आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में माना गया है कि गर्म पानी में डिटॉक्स करने की क्षमता होती है, लेकिन इसे साबित करने के लिए अभी तक कोई वैज्ञानिक शोध नहीं किया गया है।

गर्म पानी पीने के क्या फायदे हैं?

Warm water पीने के कई फायदे हैं, जैसे पाचन को बेहतर बनाना, खांसी और जुकाम में मदद करना, कब्ज से राहत देना, अचलेशिया में सुधार करना, ठंड से होने वाली सिहरन को कम करना आदि।

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