चुकंदर खाने के अद्भुत फायदे (Beetroot benefits in Hindi): स्वास्थ्य का रंगीन खजाना

चुकंदर खाने के अद्भुत फायदे: स्वास्थ्य का रंगीन खजाना' इस लेख में, हम चुकंदर के ऐसे ही कुछ अद्भुत फायदों पर चर्चा करेंगे।
Usha Mittal
29 Feb, 2024
16 min read

“क्या आप जानते हैं कि हमारी रसोई में छिपा एक चमत्कारी खजाना है, जो न सिर्फ हमें स्वाद के झरोखे में ले जाता है, बल्कि स्वास्थ्य के अनेक रंगों से भी हमें रूबरू करवाता है?

जी हाँ, हम बात कर रहे हैं चुकंदर की, जिसे अंग्रेजी में Beetroot कहा जाता है। यह न केवल आपके खाने को रंगीन बनाता है, बल्कि आपके स्वास्थ्य को भी एक नई दिशा देता है।

‘चुकंदर खाने के अद्भुत फायदे: स्वास्थ्य का रंगीन खजाना’ इस लेख में, हम चुकंदर के ऐसे ही कुछ अद्भुत फायदों पर चर्चा करेंगे, जो आपको इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करने की प्रेरणा देंगे।”

चुकंदर का महत्व

इसे, जिसे अंग्रेजी में Beetroot कहा जाता है, एक विशिष्ट जड़ वाली सब्जी है जो अपने गहरे लाल रंग और विशेष स्वाद के लिए जानी जाती है।

यह सब्जी विविधतापूर्ण जलवायु में उगाई जा सकती है, जिससे यह दुनिया भर में लोकप्रिय है।

चुकंदर का उपयोग अक्सर सलाद, सूप, और जूस में किया जाता है । इसका उपयोग मिठाइयों और बेक्ड सामग्री में भी होता है जिससे व्यंजनों को एक अनूठा रंग और स्वाद मिलता है।  [1]

चुकंदर की खेती का इतिहास (History) बहुत पुराना है, और समय के साथ इसके कई प्रकार (Varieties) विकसित किए गए हैं, जो विभिन्न आकारों, रंगों, और स्वादों में मिलते हैं।

इसकी खेती और उपयोग में आसानी के कारण, चुकंदर आधुनिक और पारंपरिक व्यंजनों में एक पसंदीदा घटक बन गया है।

चुकंदर का पोषण संघटन (Nutritional Composition of Beetroot) [2]

पोषक तत्व (Nutrient)मात्रा (Per cent)पोषक तत्व (Nutrient)मात्रा (Per cent)
जल (Water)87.5%फॉस्फोरस (Phosphorus)40 mg
ऊर्जा (Energy)43 kcalकैल्शियम (Calcium)16 mg
वसा (Fat)0.17 gमैग्नीशियम (Magnesium)23 mg
प्रोटीन (Protein)1.61 gआयरन (Iron)0.80 mg
कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates)9.56 gजिंक (Zinc)0.35 mg
फाइबर (Fibre)2.8 gविटामिन C (Vitamin C)4.9 mg
पोटैशियम (Potassium)325 mgविटामिन B2 (Vitamin B2)0.04 mg
सोडियम (Sodium)78 mgविटामिन B6 (Vitamin B6)0.067 mg
विटामिन A (Vitamin A)36 IUफोलेसिन (Folacin)109 mcg
विटामिन E (Vitamin E)0.30 mgनियासिन (Niacin)0.334 mg

भारत में चुकंदर के विभिन्न प्रकार (Varieties of Beetroot)

भारत में चुकंदर की कई किस्में उपलब्ध हैं, जो अपने आकार, रंग, और स्वाद की विशेषताओं के कारण खास होती हैं।

1. डेट्रॉइट डार्क रेड (Detroit Dark Red):

यह किस्म अपने गहरे लाल रंग और मिठास के लिए प्रसिद्ध है। इसका उपयोग अक्सर सलाद (Salad) और जूस (Juice) में किया जाता है।

2. एर्ली वंडर (Early Wonder):

यह जल्दी पकने वाली किस्म है, जिसका उपयोग साग (Greens) के लिए भी किया जाता है। इसके पत्ते और जड़ दोनों ही पोषण से भरपूर होते हैं।

3. चीओगिया (Chioggia):

इसे कैंडी स्ट्रिप बीट भी कहा जाता है, इसमें लाल और सफेद धारियाँ (Stripes) होती हैं। यह इटली (Italy) से आई किस्म है जो अपने अनोखे स्वाद और रूप के लिए जानी जाती है।

4. गोल्डन बीट (Golden Beet):

इस किस्म में सुनहरा पीला रंग होता है और यह थोड़ा मीठा होता है। गोल्डन बीट अपने नाजुक स्वाद और खूबसूरत रंग के कारण सलाद में लोकप्रिय है।

पाचन स्वास्थ्य में सहायक

चुकंदर पाचन स्वास्थ्य (Digestive Health) के लिए अत्यंत लाभकारी होता है।

इसमें पाए जाने वाले उच्च स्तर के डाइटरी फाइबर पाचन प्रक्रिया को सुधारने में सहायक होते हैं, जिससे कब्ज और पेट की अन्य समस्याओं की रोकथाम में मदद मिलती है।

फाइबर आंतों की गतिशीलता (Intestinal Motility) को बढ़ावा देता है, जिससे मल त्याग (Bowel Movement) में सुधार होता है।[3]

चुकंदर में मौजूद नाइट्रेट्स (Nitrates) भी पाचन स्वास्थ्य में लाभकारी होते हैं । ये नाइट्रिक ऑक्साइड (Nitric Oxide) के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, जो पाचन तंत्र की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है।

इसके अलावा, चुकंदर का अल्कलाइन प्रभाव (Alkaline Effect) पेट के एसिड को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इससे एसिडिटी और पेप्टिक अल्सर्स (Peptic Ulcers) की समस्या में कमी आती है।[4]

हृदय स्वास्थ्य में सुधार

चुकंदर का उपयोग हृदय स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक प्रभावी तरीका है।  

इसमें मौजूद नाइट्रेट्स  शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, जो रक्तवाहिनियों (Blood Vessels) को विस्तारित करता है । इस प्रकार यह रक्तचाप (Blood Pressure) को कम करता है और हृदय के लिए रक्त प्रवाह (Blood Flow) में सुधार करता है।[5]

चुकंदर में एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants) की प्रचुर मात्रा होती है, जैसे कि बीटालेन्स (Betalains), जो सूजन (Inflammation) को कम करने और ऑक्सीडेटिव तनाव (Oxidative Stress) से लड़ने में सहायक होते हैं ।

इसके अलावा, चुकंदर फाइबर (Fiber) से भरपूर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को नियंत्रित करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।

एनर्जी और स्टेमिना में वृद्धि

चुकंदर में नाइट्रेट्स की उच्च मात्रा मांसपेशियों की क्षमता में सुधार करती है, जिससे ऑक्सीजन का उपयोग कुशलतापूर्वक होता है।

इससे व्यायाम के दौरान थकान  में देरी होती है और व्यायाम के लिए अधिक सहनशीलता (Endurance) प्रदान की जाती है। [6]

अध्ययनों से पता चला है कि चुकंदर का जूस पीने से पहले, व्यायाम की क्षमता में स्पष्ट वृद्धि होती है, जिससे लंबे समय तक और अधिक तीव्रता से व्यायाम करने की क्षमता में सुधार होता है।

त्वचा के लिए लाभ

चुकंदर त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में अत्यंत लाभकारी होता है, जिसका श्रेय इसमें मौजूद विटामिन C, एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants), और मिनरल्स को जाता है।

विटामिन C त्वचा की मरम्मत (Skin Repair) में सहायक होता है और अनिवार्य रूप से कोलेजन (Collagen) के संश्लेषण में मदद करता है। [7]

एंटीऑक्सिडेंट्स फ्री रेडिकल्स (Free Radicals) के कारण होने वाले नुकसान से त्वचा की रक्षा करते हैं, जिससे उम्र बढ़ने के लक्षणों जैसे कि झुर्रियां और धब्बे कम होते हैं।

चुकंदर में मौजूद मिनरल्स, जैसे कि पोटैशियम (Potassium), सेल हाइड्रेशन (Cell Hydration) और त्वचा की मॉइस्चराइज़िंग (Moisturizing) में सहायक होते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनती है। [8]

वजन नियंत्रण में सहायक

चुकंदर वजन नियंत्रण में सहायक हो सकता है, क्योंकि यह कम कैलोरी पर हाई फाइबर का एक शानदार स्रोत है। [9]

फाइबर से भरपूर आहार लंबे समय तक तृप्ति की भावना प्रदान करते हैं, जिससे अनावश्यक स्नैकिंग (Snacking) में कमी आती है और कैलोरी का सेवन स्वाभाविक रूप से कम होता है।

इसके अलावा, चुकंदर में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स शरीर की मेटाबोलिज्म (Metabolism) प्रक्रिया को सहायता प्रदान करते हैं।

चुकंदर का सेवन एक संतुलित और पोषक आहार के अंग के रूप में किया जा सकता है, जो वजन घटाने के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक होता है।[10]

एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण: रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि

चुकंदर में एंटी-इन्फ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण पाए जाते हैं, जो विशेष रूप से बीटालेन्स (Betalains) नामक यौगिकों के कारण होते हैं।

ये यौगिक सूजन की प्रतिक्रिया को कम करने में सहायक होते हैं, जिससे विभिन्न प्रकार के दीर्घकालिक रोगों, जैसे कि हृदय रोग (Heart Diseases) और कुछ प्रकार के कैंसर (Cancers), के जोखिम में कमी आती है। [11]

इसके अलावा, चुकंदर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants) शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) को मजबूत करते हैं। [12]

डिटॉक्सीफिकेशन (Detoxification) में सहायक

चुकंदर में डिटॉक्सीफिकेशन (Detoxification) को सहायता प्रदान करने की क्षमता होती है, विशेष रूप से यह लिवर को टॉक्सिन्स को संसाधित करने और उन्हें शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।

इसके अलावा, चुकंदर में पाया जाने वाला बीटाइन (Betaine) लिवर सेल्स की रक्षा करता है, पित्त निर्माण (Bile Production) को बढ़ावा देता है, और लिवर के फंक्शन्स को सुधारता है।[13]

इसका उपयोग कच्चे सलाद में, जूस के रूप में, या स्मूदी में मिलाकर किया जा सकता है।

इसे उबालकर या बेक करके भी खाया जा सकता है।

डिटॉक्स ड्रिंक के लिए, ताजा चुकंदर का जूस निकालें और इसमें नींबू का रस और अदरक मिलाएं।

 यह पेय न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में भी मदद करता है।

चुकंदर का सेवन कैसे करें: विभिन्न व्यंजनों के विचार

1. चुकंदर का सलाद

सामग्री:

  • 2 मध्यम आकार के चुकंदर
  • 1 छोटा खीरा
  • 2 बड़े चमच ताजा धनिया, कटा हुआ
  • नमक और काली मिर्च, स्वादानुसार
  • 1 बड़ा चमच जैतून का तेल
  • 1 बड़ा चमच नींबू का रस

विधि:

  1. चुकंदर को उबालें या भाप दें जब तक कि वे नरम न हो जाएं। ठंडा होने पर छीलें और काट लें।
  2. खीरा को छीलें और बारीक काट लें।
  3. एक कटोरे में चुकंदर, खीरा, धनिया, नमक, काली मिर्च, जैतून का तेल, और नींबू का रस मिलाएं।
  4. अच्छी तरह से मिलाने के बाद, तुरंत परोसें।

2. चुकंदर का सूप

सामग्री:

  • 3 मध्यम आकार के चुकंदर
  • 1 बड़ा प्याज, कटा हुआ
  • 2 कप वेजिटेबल स्टॉक
  • 1 बड़ा चमच जैतून का तेल
  • नमक और काली मिर्च, स्वादानुसार
  • 1 चमच सिरका
  • सौर क्रीम, सजावट के लिए

विधि:

  1. जैतून का तेल गरम करें और प्याज को सुनहरा होने तक भूनें।
  2. चुकंदर को छीलकर कटा हुआ जोड़ें और कुछ मिनटों तक भूनें।
  3. वेजिटेबल स्टॉक डालें और नमक, काली मिर्च के साथ सीजन करें।
  4. मध्यम आंच पर सूप को उबलने दें और चुकंदर के नरम होने तक पकाएं।
  5. सिरका जोड़ें और ब्लेंडर में स्मूथ होने तक प्यूरी करें।
  6. सौर क्रीम के साथ सजाकर परोसें।

3. चुकंदर की स्मूदी

सामग्री:

  • 1 मध्यम आकार का चुकंदर, उबाल कर प्यूरी किया हुआ
  • 1 कप स्ट्रॉबेरीज़, ताजा या फ्रोजन
  • 1 केला
  • 1/2 कप नारियल पानी या अल्मंड मिल्क
  • 1 चमच शहद (वैकल्पिक)

विधि:

  1. सभी सामग्री को ब्लेंडर में डालें।
  2. स्मूथ होने तक ब्लेंड करें।
  3. तुरंत परोसें, ठंडा या कमरे के तापमान पर।

ये व्यंजन चुकंदर के सेवन को विविध और आकर्षक बनाते हैं, साथ ही स्वास्थ्य लाभों का भी भरपूर लाभ उठाते हैं।

चुकंदर का महत्व स्किन और हेयरकेयर उद्योग में

चुकंदर स्किन और हेयरकेयर इंडस्ट्री में अपने अद्वितीय लाभों के कारण एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसकी उच्च एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidants) सामग्री, विटामिन C, और मिनरल्स त्वचा को निखारने और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाने में अत्यंत उपयोगी हैं।[14]

इसका रस और पाउडर फेस मास्क्स, सीरम्स, और मॉइस्चराइज़र्स में उपयोग किया जाता है। यह त्वचा के लिए एक प्राकृतिक हाइड्रेटिंग एजेंट (Hydrating Agent) के रूप में काम करता है, सूजन को कम करता है, और फ्री रेडिकल्स (Free Radicals) से लड़कर उम्र बढ़ने के लक्षणों को धीमा करता है।[15]

इसके अलावा, चुकंदर में मौजूद सिलिका (Silica) बालों को मजबूती प्रदान करता है और उनकी चमक बढ़ाता है।

हेयर मास्क्स और कंडीशनर्स में इसका उपयोग बालों की जड़ों को पोषण देने और स्कैल्प की समस्याओं को कम करने में किया जाता है।[16]

चुकंदर के सेवन से जुड़े सावधानियां

चुकंदर खाने से होने वाले कुछ और साधारण नुकसान हो सकते हैं:

  1. एलर्जी: कुछ व्यक्तियों को चुकंदर से एलर्जिक प्रतिक्रिया हो सकती है, जैसे कि खुजली या दाने।
  2. ब्लड शुगर के प्रभाव: चुकंदर में नैचुरल शुगर होती है, जो डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकती है।
  3. रक्त पतला होना: चुकंदर रक्त को पतला कर सकता है, जिससे जो लोग रक्त पतला करने वाली दवाइयाँ ले रहे हैं उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए।

FAQs

1. चुकंदर का जूस पीने से त्वचा पर क्या असर होता है?

उत्तर: इसका जूस पीने से त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद मिलती है, इसके एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते हैं, और एंटीऑक्सिडेंट्स त्वचा को उम्र के प्रभाव से बचाते हैं।

2. क्या चुकंदर का उपयोग बालों के लिए भी किया जा सकता है?

उत्तर: हां, इसका उपयोग बालों के लिए किया जा सकता है। इसमें मौजूद सिलिका बालों को मजबूत बनाता है, उनकी चमक बढ़ाता है, और स्कैल्प की स्वास्थ्य में सुधार करता है।

3. चुकंदर के सेवन से कोई साइड इफेक्ट्स तो नहीं होते?

उत्तर: इसका सेवन सुरक्षित है, लेकिन अत्यधिक मात्रा में सेवन से बीट्यूरिया (पेशाब लाल होना) और किडनी स्टोन्स में ऑक्सालेट्स की वृद्धि हो सकती है।

4. चुकंदर के जूस में कौन से विटामिन्स होते हैं?

उत्तर: चुकंदर के जूस में विटामिन C, विटामिन B6, और फोलेट जैसे महत्वपूर्ण विटामिन्स होते हैं, जो स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों के लिए लाभकारी हैं।

5. चुकंदर का उपयोग स्किनकेयर में कैसे किया जा सकता है?

उत्तर: चुकंदर का उपयोग स्किनकेयर में फेस मास्क, सीरम, और मॉइस्चराइज़र के रूप में किया जा सकता है। इसे पीसकर या जूस के रूप में सीधे त्वचा पर लगाने से त्वचा की चमक बढ़ती है और त्वचा स्वस्थ रहती है।

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