अंगूर के 12 अद्भुत लाभ (12 Health Benefits of Grapes)

एंटीऑक्सिडेंट्स से लेकर हृदय स्वास्थ तक, इस आर्टिकल के ज़रिये हम यह पता लगाएंगे की अंगूर हमारे आहार का हिस्सा क्यों होना चाहिए।
Usha Mittal
26 Feb, 2025
16 min read

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प्रकृति की भरपूर पेशकश अक्सर एक नम्र पैकेज में आती है, और अंगूर उसी पैकेज का एक प्रमुख उदाहरण है।

पोषण और स्वाद से भरपूर यह अच्छे खाद्य पदार्थों को छोटे-छोटे टुकड़ों में सदियों से जाना जाता है।

अंगूर अपने स्वाद के अलावा स्वास्थ से भरपूर एक शक्तिशाली फल है जो हमारे हृदय की सेहत से लेकर त्वचा की चमक तक फैली होती है।

इसलिए, अंगूर के प्रति अपने प्रेम को दिखाने से मत शर्माइये और इसका भरपूर लुफ्त उठाएं।

अगर आपसे पूछा जाए की किस फल को दुनिया में सबसे ज़ादा उत्पादन मात्रा का खिताब दिया गया है तो आप तुरंत ही केले , संतरे, या सेब जैसे फलों के बारे में सोचने लग जाएंगे।  हालाँकि यह फल भी निस्संदेह एक बड़ा ख़िताब और महत्व रखते हैं लेकिन आप दुनिया भर में अंगूर के विशाल उत्पादन को कम नहीं आंक सकते।

वर्ष 2022 में, अंगूर की कुल मिला कर उत्पादन अनुमित 8।  मिलियन टन तक पहुंच गयी।

यह प्रभावशाली आंकड़े विषविक स्तर पर अंगूर की व्यापक खेती और महत्व को दर्शाता है।[1]

सीधे शब्दों में कहा जाए तो दुनिया अंगूर से प्यार करती है।

अगर आप भी उन लोगो की तरह अंगूर के दीवाने हैं तो, आप अकेले नहीं हैं , हम भी आपमें से एक हैं।

इस ब्लॉग आर्टिकल के ज़रिये हम अंगूर के रहस्य के बारे में जानेंगे जो न केवल हमारे स्वाद का हिस्सा है बल्कि थाली के पौष्टिक आहार का भी हिस्सा है।

अंगूर की उत्पत्ति

अंगूरों का इतिहास सालों पुराना और समृधःता से भरा हुआ है, जो की अभी तक चला हुआ आ रहा है।

मिस्र (Egyptians), यूनान (Greeks), और रोमनस (Romans) जैसी सभ्यताओं द्वारा उगाए जाने वाले इन फलों को उनके स्वाद के साथ-साथ पोषण के लिए विशेषतायें दी गयी हैं।

यही कारण है की अंगूर को शराब बनाने की उनकी क्षमता के लिए बहुत महत्व दिया जाता है।

यहाँ तक की अंगूर का पौराणिक महत्व भी माना जाता है, जैसे की ग्रीक देवता डायोनिसस (Greek deity Dionysus) और रोमन देवता बैकस (Roman God Bacchus) से उनके सम्बन्ध का पता चलता है, जो अंगूर के बेलों और शराब बनाने की कला से बहुत करीब से जुड़े हुए हैं।

भारत में आज भी अंगूर हर घर के मुख्य फलों में से एक है।

क्यों?

क्युकी यह छोटे छूटे टुकड़ों में बहुत सारे स्वास्थ लाभ अपने साथ लेकर चलता है, जिसका लुफ्त सभी उठा सकते हैं।

भूमध्य सागर और मध्य पूर्वी (Mediterranean and Middle Eastern to French) से लेकर फ्रेंच तक, दुनिया भर के विविध व्यंजनों में अंगूर प्रमुखता से शामिल हैं।

वे लोग इससे सलाद, मिठाई , और अन्य तरीके की सॉस बना कर खाते हैं।

अंगूर से शराब का जूस, जैम, वाइन, जेली, सिरका, किशमिश, अंगूर के बीज का तेल और अंगूर से बने कई उत्पादनों को बनाने में प्रमुख सामग्री का काम करता है।

अंगूर में पोषण

प्रति 100 ग्राम अंगूर में पोषण [2]

Water80.54 g
Energy69 kcal
Protein0.72 g
Carbohydrate, by difference18.1 g
Fiber, total dietary0.9 g
Sugars, total including NLEA15.48 g
Calcium, Ca10 mg
Total lipid (fat)0.16 g
Magnesium, Mg7 mg
Phosphorus, P20 mg
Potassium, K191 mg
Sodium, Na2 mg
Iron, Fe0.36 mg
Copper, Cu0.127 mg
Vitamin C3.2 mg
Niacin0.188 mg
Vitamin B-60.086 mg
Folate, total2 µg
Vitamin K (phylloquinone)14.6 µg

अंगूर के स्वास्थ्य लाभ

अंगूर के 12 अद्भुत लाभ

1. अंगूर का सम्पूर्ण स्वास्थ सुधार और पाचन में सहायता

आंत का स्वास्थ सम्पूर्ण माना जाता है जभी भी स्वास्थ शरीर के पोषण की बात की जाती है, इस पर ध्यान देना महत्वपूर्ण होता है।

अंगूर इस लक्ष्य को पूरा करने में एक सहायक उपाय है।

अध्ययनों से पता चलता है की अपने आहार में अंगूर को शामिल करने से, आंत में रहने वाले बैक्टीरिया की विविधता में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है।

यह विविधता ने केवल संख्याओं का मामला है; बल्कि यह आपके पाचन तंत्र के भीतर एक संतुलित पारिस्थितिक तंत्र का प्रतिबिम्ब है।[3]

आंत के बैक्टीरिया का एक समृद्ध और विविध समुदाय पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण से लेकर प्रतिरक्षा कार्य और सूजन विनियमन तक स्वास्थ के विभिन्न पहलुओं में योगदान देता है।

अंगूर एक और अच्छी पहलू प्रदान करते हैं, जिसका नाम है फाइबर।

उनके बाहरी परत पे एक नोट करने वाली सामग्री होती है जो की डाइटरी फाइबर को बढ़ावा देती है।

यह फाइबर हमारी पाचन शक्ति और स्वास्थ को बनाए रखने में, नियमित मल त्याग करने में, कब्ज को दूर करने में और एक समृद्ध आंत के वातावरण को बनाए रखने में मददगार साबित हो सकती है।

और यह तो सभी जानते हैं की पोषित आंत पोषण तत्वों को आसानी से अवशोषित कर लेती है।

यह समग्र जीवन शक्ति को बढ़ाती है या फिर यु कहें की अंगूर आपके आंत को खुश रखने में कारागार हो सकते हैं।

2. वजन प्रबंधन में अंगूर की सहायता

अंगूर स्वस्थ वजन प्रबंधन में स्मार्ट भूमिका निभाने के लिए जाने जाते हैं।

अपने कम कैलोरी काउंट और प्रभावशाली पानी की मात्रा के साथ-साथ, यह एक तृप्ति दायक और स्वास्थ के प्रति सजग स्नैक्स विकल्पों में से एक है।[4]

यह आपके वजन को नियंत्रण लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

अंगूर की ना के बराबर कैलोरी लोड का मतलब होता है की आप एक संतुष्ट मात्रा में बिना तराज़ू को झुकाए, इनका मज़ा ले सकते हैं।

इसी के बीच, हर एक अंगूर के दाने के भीतर पानी की प्रचुर परिपूर्णता (unnecessary cravings) की भावना का आनंद कराती है।

यह अनावश्यक लालसा को रोकती है और भाग नियंत्रित करने में मदद करती है।

यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है जिसकी वजह से हाइड्रेशन (hydration) बना रहता है और स्वस्थ के बीच सामंजस्य का प्रमाण मिलता है।

3. अंगूर की शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट (anti-oxidant) शक्ति

अंगूर एन्टिओक्सीडैंट्स (anti-oxidants) का एक प्रमुख और उल्लेखनीय स्त्रोत है।

यह गतिशील रक्षा प्रणाली के लिए मंच तैयार करते हैं जो आपके शरीर को ऑक्सीडेटिव (oxidative stress) तनाव और सूजन के खिलाफ मजबूत करता है।

यह प्राकृतिक रक्षक आपके सेलुलर (cellular) स्वास्थ के संरक्षक के रूप में खड़े हैं, पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने और एक जीवंत, रोग प्रतिरोधी में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। [5]

अंगूर के भीतर एंटीऑक्सिडेंट्स योगिकाओं (compounds) की एक श्रृंखला (array) मौजूद होती हैं।

इन्हीं श्रृंखलाओं के बीच से अंगूर के बीजों में से निकाला गया फ्लैवोनॉइड (flavonoid) पॉलीफेनोलिक (polyphenolic) यौगिक अलग होता है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मदद करता है।

रेस्वेराट्रोल (resveratrol) के अंदर एक अनूठी क्षमता होती है जो अस्थिर अणुओं को स्थिर रखने में सहायक होता है।

यह अस्थिर अनु कई बार आपकी कोशिकाओं को हानि पहुंचा सकते हैं।

ऐसा करने se, यह आपकी कोशिकाओं को संभावित शांति पहुंचने से बचाता है।

जिसका कारण है की अलग-अलग तरीके की बीमारियों से आपको राहत मिल सकती है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव से अक्सर शुरू या बढ़ जाती हैं।

अंगूर से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट एक मजबूत रक्षा प्रणाली बनाते हैं, जो आपके शरीर की पुरानी बीमारियों को दूर रखने की क्षमता को मजबूत करते हैं।

4. प्राकृतिक सूजन-रोधी शक्ति से युक्त

अंगूर में सूजन से लड़ने की जन्मजात क्षमता होती है, जो स्वास्थ को सही रखने में एक प्रेरक शक्ति के रूप में सामने आती है।

इन् छोटे फलों के भीतर प्राकृतिक यौगिकाओं का एक भण्डार रहता है जो सूजन-रोधी प्रभाव प्रदर्शित करता है।[6]

यह सूजन से सम्भान्धित बीमारियों से राहत और संभावित शमन प्रदान करता है।

पोलीफेनोल (polyphenol) जैसी यौगिकाएँ जिनमे फ्लैवोनॉइड, क्वेरसेटिन (quercetin), और रेस्वेटरोल रहता है एक अहम भूमिका निभाते है सूजन को नियंत्रित करने में। यह प्रक्रिया अंगूर के केंद्र के बीच में देखने को मिलती है।

अंगूर के पॉलीफेनोल्स कोमल होते हैं, लेकिन एक महत्वपूर्ण रूप से मध्यांतर का काम करते हैं।

यह सूजन को अत्यधिक कम करके संतुलन बनाए रखने में सक्षम हो सकते हैं।

शरीर को राहत देने के साथ-साथ यह शरीर को प्राकृतिक सूजन रोधी तत्वों की दैनिक खुराक प्रदान करते हैं।

5. ब्लड शुगर का संतुलन

स्वास्थ के प्रति जागरूक लोगों के पास मौजूद विकल्पों में अंगूर स्थिर रूप से ब्लड शुगर (blood sugar) के स्तर को बनाए रखने में एक प्राकृतिक भूमिका निभाता है।

अंगूर समग्र कल्याण के पहलू में सामने आता हुआ दिखाई पड़ता है।

अपनी अनोखी पोषण संरचना में निहित, अंगूर फाइबर और प्राकृतिक शुगर की एक सांठ-गाँठ बनाता है, जो आपके शरीर के ग्लूकोज प्रतिक्रिया के प्रभावी विनियमन के लिए साथ काम करते हैं।[7]

फाइबर ब्लड शुगर के उतार चढ़ाव में सहायक हो सकता है।

इसका कारण है की जैसे ही फाइबर आपके पाचन तंत्र से गुज़रता है वैसे ही यह ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा कर देता है।

अंत में ब्लड शुगर को नियंत्रित करते हुए उसके उतार और चढ़ाव को संतुलित करने में सक्षम होता है।

यही संतुलित ग्लूकोज की रिहाई शरीर में ऊर्जा का स्त्रोत बनती है और शरीर में इन्सुलिन (insulin) प्रतिक्रिया के तनाव को भी कम करती है।

अंगूर में अपनी प्राकृतिक चीनी मौजूद होती है।

परिष्कृत शर्करा के विपरीत जो तेजी से रक्त शर्करा के स्पाइक (spike) को ट्रिगर करती है, अंगूर में प्राकृतिक शुगर फाइबर के साथ होती है।

जिसके परिणाम स्वरूप रक्त शर्करा के स्तर में धीरे-धीरे और अधिक नियंत्रित वृद्धि होती है।

यह नियंत्रित उतार और चढ़ाई ऊर्जा का स्थिर प्रवाह बनती है और ब्लड ग्लूकोज से जुड़े टेढ़ा-मेढ़ा घुमावदार (rollecoaster) प्रवाह को रोकती है।

अंगूर में मौजूद पॉलीफेनोल्स उचच ब्लड ग्लूकोज को कम करने में सहायक हो सकते हैं।

यह नियंत्रित चढ़ाई टाइप 2 वाले मधुमेह वाले लोगों के लिए सहायक हो सकती है।[8]

चूकि अंगूर का ब्लड ग्लूकोज पर कम प्रभाव पड़ता है और ये लाभकारी यौगिक प्रदान करते हैं, इसलिए वे मधुमेह वाले लोगों के लिए अपने आहार में शामिल करने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।

6. हृदय स्वास्थय

अंगूर में रेस्वेराट्रोल (Resveratrol) नामक यौगिकाएँ होती हैं जो की प्रचुर मात्रा में पाई जाती हैं।

यह एक प्राकृतिक सहयोगी की तरह है जो हृदय प्रणाली का सहयोग करता है।

इसका दोहरा प्रभाव होता है – यह स्वस्थ रक्तचाप के स्टार को बनाए रखने में सहायता करता है और हृदय रोगों के विरुद्ध एक संरक्षक के रूप में कार्य करता है।[9]

ग्रपेस और उसके रेस्वेराट्रोल रक्तचाप को स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।

इस महत्वपूर्ण संतुलन को बनाए रखने के लिए यह चुपचाप आपके हृदय और रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है, जिससे संभावित रूप से गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।

अंगूर में मौजूद यौगिक आपके रक्तचाप को स्वस्थ सीमा के भीतर बनाए रखने में मदद करते हैं।

ऐसा करके, वे आपके हृदय पर दबाव को कम करते हैं , जिससे यह बेहतर तरीके से काम कर पाता है।

अंगूर और उसका रेस्वेराट्रोल गुण हृदय से ऊपर उसके हृदय रक्षक को सुरक्षित रखने में भी कारागार साबित हो सकते हैं।

यह आपके हृदय को नुकसान पहुंचने वाले विभिन्न कारकों, जैसे सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव के विरुद्ध एक ढाल के रूप में कार्य करता है।

यह आपकी धमनियों में प्लाक (plaque) के निर्माण को रोकने में मदद कर सकता है।

इसके परिणाम स्वरूप रक्त प्रवाह सुचारु होता है रुकावटों की सम्भावना कम हो जाती है , जो दिल के दौरे या स्ट्रोक का कारण बन सकती है।

7. अंगूर और प्रतिरक्षा प्रणाली की मजबूती

आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली का लचीला होना महत्वपूर्ण है एक स्वास्थ शरीर बनाए रखने के लिए।

इसी का सीधा सम्बन्ध है की अंगूर अपने प्राकृतिक विटामिन सी के साथ एक मूल्यवान संपत्ति में उभर कर आते हैं।[10]

विटामिन सी, अपने प्रतिरक्षा-बढ़ने वाले गुणों के लिए प्रसिद्ध है, अंगूर के पोषक तत्त्वों की सूची में एक प्रमुख खिलाड़ी है।

यह विटामिन एक संरक्षक की तरह है जो आपके प्रतिरक्षा तंत्र को संभावित आक्रमणकारियों, जैसे हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के लिए तैयार करता है।

यह आपके शरीर की सुरक्षात्मक बाधाओं को मजबूत करता है, जिससे यह इन रोगजनकों के लिए कम आमंत्रित मेजबान बन जाता है।

विटामिन सी सफ़ेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को भी उत्तेजित करता है, जो आपके प्रतिरक्षा प्रणाली के रक्षा तंत्र में अग्रिम पंक्ति के सैनिक हैं।

ये कोशिकाएँ आपके शरीर की निगरानी करती हैं, नुकसान पहुँचाने से पहले संभावित खतरों की पहचान करती हैं और उन्हें बेअसर करती हैं।

सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाकर, अंगूर की विटामिन सी सामग्री एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के निर्माण में सक्रिय रूप से योगदान देती है।

8. चमकती त्वचा का राज़ अंगूर

जब आप अंगूर कहते हैं तो न केवल आप अपने स्वाद को संतुष्ट करते हैं बल्कि आप अपनी त्वचा को भी कई सुरक्षात्मक और पौष्टिक तत्वों से भर देते हैं।

लेकिन ये काम कैसे करता है ?

इसका उत्तर अंगूर के एंटीऑक्सिडेंट्स (antioxidants) की भरपूर में छुपा हुआ है।

अंगूर में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो आपकी त्वचा की रक्षा करते हैं।

यह हानिकारक अणुओं से लड़ने में सहायक होते हैं जो आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचते हैं।

इससे आपकी त्वचा को जवान और भरी हुई दिखने में मदद मिल सकती है।

साथ ही, यह एंटीऑक्सिडेंट्स आपकी त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने का काम भी अच्छे से करते हैं।

वह आपकी त्वचा को स्वस्थ और लचीला बनाते है , जिससे एक प्राकृतिक चमक देखने में आती है।

इससे पता चलता है की अंगूर आपकी त्वचा को कैसे सुन्दर बनाने का काम करते हैं।

अंगूर में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स आपकी त्वचा को अंदर से बेहतर बनाते हैं और समग्र जीवन शक्ति का समर्थन करते हैं।

वे एंटीऑक्सीडेंट के साथ मिलकर आपकी त्वचा की मरम्मत और नवीनीकरण करते हैं, जिससे आपकी त्वचा स्वास्थ्य से भरपूर हो जाती है।

9. शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में सहायक

अंगूर पानी से भरे छोटे-छोटे दाने होते हैं, जिन्हें खाने से आपको स्वाद के साथ ही भरपूर मात्रा में पानी भी देते हैं।

यह पानी आपके शरीर के अंदर जाता है और आपकी कोशिकाओं, उत्तकों, और अंगों को सुचारु रूप से काम करने में मदद मिलती है।

यह एक अनोखा तरीका है शरीर को पानी देने जैसा।

उचित पानी की कमी को पूरा करना हमारे शरीर के सभी कार्यों को करते रहने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

यह हमारी मांसपेशियों को काम करने, आपके पाचन को सुचारु रूप से चलाने और आपकी त्वचा को अच्छा दिखाने में मदद करता है।

अंगूर खाने से, आप न केवल इसके स्वाद का आनंद लेते हैं बल्कि यह आपके शरीर को एक प्राकृतिक तरीके से तरो ताज़ा और पानी से भरपूर रखता है।

10. हड्डियों की मजबूती में सहायक अंगूर

मजबूत और स्वस्थ हड्डियां हमारे शरीर को सहारा देने वाला ढांचा प्रदान करती है जो हमें खड़े रहने में, चलने में और रोज़मर्रा के काम करने में मदद करता है।

जब भी हम हड्डियों के स्वास्थ की बात करते हैं तो अंगूर उमसे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और एक खनिज समृद्धि पैकेज प्रदान करते हैं और आपकी हड्डियों की जीवन शक्ति में योगदान देता है।[11]

कैल्शियम – यह खनिज बिल्डिंग ब्लॉक की तरह है जो आपकी हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।

अंगूर में कैल्शियम कुछ डेरी उत्पादों जीर्ण अधिक नहीं होता है लेकिन इसका युक्त खाद्य पदार्थों के साथ संयुक्त होने पर यह अभी भी इस खनिज का एक मूल्यवान स्त्रोत प्रदान करता है।

मैग्नीशियम – यह एक चुप चाप स्वास्थ की बात करते हुए हड्डियों की मजबूती को बनाए रखने में मदद करता है।

कैल्शियम के साथ-साथ यह शरीर को तंदुरुस्त बनाता है और हड्डियों के भीतर अवशोषण और उपयोग में सहायता करता है।

पोटैशियम – यह आम तौर पर हड्डियों की स्वस्थ से जुड़ा होता है और इसका महत्व भी कुछ कम नहीं होता है।

शरीर में पी-एच के संतुलन को बनाने में पोटैशियम मदद करता है और हड्डियों के स्वास्थ्य को अनुकूल वातावरण प्रदान करता है। 

सही पी-एच को बढ़ावा देकर, पोटैशियम हड्डियों से कैल्शियम की कमी को रोकने में मदद करता है।  इससे हड्डियों कमज़ोर नहीं होती हैं।

यह ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है की अंगूर हड्डियों के स्वस्थ में योगदान प्रदान करता है।

संतुलित आहार के साथ की अंगूर खाएं।

यह ध्यान रखें की संतुलित आहार जिसमें कैल्शियम से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थ, विटामिन डी और वज़न उठाने वाले व्यायाम शामिल हैं, हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने और बढ़ाने के लिए ज़रूरी है।

11. आँखों के स्वास्थ को बढ़ावा देता है अंगूर

अंगूर आपकी आँखों की देखभाल करने का एक प्राकृतिक तरीका है।

अंगूर में मौजूद ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन नामक एंटीऑक्सीडेंट आपकी आँखों के लिए अंगरक्षक की तरह काम करते हैं।

वे आपकी आँख के उस हिस्से के लिए विशेष रूप से सहायक होते हैं जिसे मैक्युला कहा जाता है, जो आपको चीज़ों को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करता है।

जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमारे मैक्युला में समस्याएँ हो सकती हैं, जिससे ठीक से देखना मुश्किल हो जाता है।

लेकिन अंगूर में मौजूद ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन मैक्युला को नुकसान से बचाने में मदद करते हैं, जिससे इन समस्याओं की संभावना कम हो जाती है।

12. तेज दिमाग के लिए अंगूर

अंगूर आपके मस्तिष्क को बेहतर तरीके से काम करने में मदद कर सकते हैं।

यह आपके सोचने, चीज़ों को याद रखने और नई चीज़ें सीखने के तरीके में सुधार कर सकता है।

यह आपके मस्तिष्क को स्मार्ट और केंद्रित रहने के लिए थोड़ी अतिरिक्त शक्ति देने जैसा है। [12]

जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, आपका मस्तिष्क थोड़ा धीमा हो सकता है। लेकिन अंगूर में मौजूद रेस्वेराट्रोल इसे धीमा होने से बचाने में मदद कर सकता है।

यह एक ढाल की तरह है जो आपके मस्तिष्क को मजबूत रखता है और उम्र के साथ इसे कमजोर होने से रोक सकता है। [13]

इसलिए, जब आप अंगूर खाते हैं, तो आप अपने मस्तिष्क को लंबे समय तक तेज और मजबूत रहने में मदद करते हैं।

अंगूर कब खाने चाहिए ?

  • स्नैक का समय– पूरे दिन में कभी भी खाने के लिए अंगूर एक बेहतरीन नाश्ता है।  यह खाने में आसान है, पोर्टेबल हैं और तुरंत ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होते हैं।
  • नाश्ता: अंगूर को अपने अनाज, दलिया या दही में डालकर अपनी सुबह की दिनचर्या में शामिल करें।
  • दोपहर का भोजन: अंगूर को सलाद में शामिल करें या अपने दोपहर के भोजन के साथ मुट्ठी भर अंगूर लें।

अंगूर और अखरोट का सलाद आज़माएँ

सामग्री:

  • मिश्रित सलाद साग
  • लाल या हरे अंगूर, आधे कटे हुए
  • कटे हुए अखरोट
  • क्रम्बल किया हुआ फ़ेटा चीज़
  • बाल्समिक विनेग्रेट ड्रेसिंग

निर्देश:

  • सलाद साग, अंगूर, अखरोट और फ़ेटा चीज़ को एक कटोरे में मिलाएँ।
  • बाल्समिक विनेग्रेट के साथ छिड़कें और मिलाएँ।
  • एक ताज़ा और पौष्टिक सलाद के रूप में परोसें।

मिठाई: अंगूर को फलों के परफ़ेट, स्मूदी (smoothie) या आइसक्रीम के लिए प्राकृतिक टॉपिंग के रूप में मिठाई के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

अंगूर दही परफ़ेट आज़माएँ

सामग्री:

  • ग्रीक दही
  • लाल या हरे अंगूर, आधे कटे हुए
  • शहद या मेपल (maple) सिरप
  • ग्रेनोला

निर्देश:

  • एक गिलास या कटोरे में ग्रीक दही, अंगूर और ग्रेनोला की परत लगाएँ।
  • मिठास के लिए शहद या मेपल सिरप डालें।
  • परतों को दोहराएँ और एक संतोषजनक और पौष्टिक परफ़ेट का आनंद लें।

सबसे अच्छे अंगूर चुनने के लिए सुझाव

  • ऐसे अंगूर चुनें जो मोटे, सख्त और झुर्रियों या नरम धब्बों से मुक्त हों।
  • अंगूरों को ताज़ा रखने के लिए उन्हें रेफ्रिजरेटर (refrigerator) में रखें। वे आम तौर पर एक से दो सप्ताह तक टिकते हैं।
  • कीटनाशकों के संपर्क को कम करने के लिए जैविक अंगूर खरीदने पर विचार करें।
  • विभिन्न स्वादों का आनंद लेने के लिए लाल, हरे या काले जैसे विभिन्न अंगूरों के साथ प्रयोग करें।

अंगूर खाने से जुड़े जोखिम

यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि ज़्यादातर लोग इन जोखिमों का सामना किए बिना ग्रपेस का आनंद ले सकते हैं।

संतुलित आहार के हिस्से के रूप में सेवन किए जाने पर अंगूर को आम तौर पर सुरक्षित और फ़ायदेमंद माना जाता है।

कुछ सबसे आम जोखिमों में शामिल हैं:

कीटनाशक अवशेष

पारंपरिक रूप से उगाए गए अंगूरों में कीटनाशक अवशेष हो सकते हैं, जो लंबे समय तक संपर्क में रहने पर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं।

EWG के अनुसार, अंगूर सबसे ज़्यादा कीटनाशक स्तर वाले फलों और सब्ज़ियों की सूची में 8वें नंबर पर है।

अंगूरों को अच्छी तरह से धोना या जैविक किस्मों का चुनाव करना कीटनाशक जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। [14]

एलर्जी

कुछ व्यक्तियों को ग्रपेस से एलर्जी हो सकती है या उन्हें खाने पर खुजली, पित्ती या पाचन संबंधी परेशानी जैसी एलर्जी हो सकती है।

अगर आपको एलर्जी का संदेह है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

चीनी सामग्री

हालाँकि अंगूर चीनी के प्राकृतिक स्रोत हैं, लेकिन ग्रपेस के रस, किशमिश और सूखे अंगूरों में उनकी चीनी सामग्री केंद्रित हो सकती है।

मीठे अंगूर उत्पादों का अधिक सेवन रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित कर सकता है।

खासकर मधुमेह वाले व्यक्तियों या चीनी के सेवन को नियंत्रित करने की कोशिश करने वालों के लिए।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएँ

कुछ व्यक्तियों में, ग्रपेस की अधिक मात्रा का सेवन करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा हो सकती है।

जिसमें अंगूर में मौजूद प्राकृतिक शर्करा और फाइबर के कारण गैस, सूजन या दस्त शामिल हैं।

दवाओं के साथ सहभागिता

अंगूर में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट रेस्वेराट्रोल कुछ दवाओं के साथ सहभागिता कर सकता है।

यदि आप दवा ले रहे हैं, तो ग्रपेस के उत्पादों का अधिक मात्रा में सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

अंतिम नोट

अंगूर के बागों से लेकर रसोई तक, ग्रपेस कई तरह के व्यंजनों, व्यंजनों और हमारे जीवन को समृद्ध करने वाले पलों में अपना स्थान बना लेते हैं।

चाहे इसे ताज़ा नाश्ते के रूप में खाया जाए, भोजन में स्वाद के रूप में या फिर जूस और किशमिश जैसे पौष्टिक उत्पादों में बदला जाए, अंगूर अपना जादू बिखेरते रहते हैं।

पोषण के खजाने से लेकर अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों, हृदय की सुरक्षा करने वाले गुणों, प्रतिरक्षा बढ़ाने की क्षमता और त्वचा की चमक के लिए सहायक होने तक, वे हमारे शरीर के समग्र स्वास्थ्य का स्रोत हैं।

तो, हर निवाले, हर घूंट और प्रशंसा के हर पल के साथ, आइए हम ग्रपेस के रस (non-alcoholic) के अपने गिलासों को इस अद्भुत अंगूर के लिए उठाएँ।

प्रकृति का उपहार हमें पोषण और सेहत के बीच के असाधारण रिश्ते की याद दिलाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. क्या हर दिन अंगूर खाना अच्छा है?

हर दिन अंगूर खाना स्वस्थ आहार का हिस्सा हो सकता है क्योंकि वे विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट और अन्य लाभकारी यौगिकों से भरपूर होते हैं।

2. आपको एक दिन में कितने अंगूर खाने चाहिए?

आम तौर पर, एक कप या लगभग 150 अंगूर जैसी मध्यम मात्रा का सेवन करना एक स्वस्थ हिस्सा माना जाता है। यह कैलोरी या चीनी को बढ़ाए बिना आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।

3. क्या अंगूर त्वचा के लिए अच्छे हैं?

अंगूर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, जैसे कि रेस्वेराट्रोल और विटामिन सी, त्वचा को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं, जो समय से पहले बूढ़ा होने में योगदान कर सकते हैं। अपने आहार में अंगूर को शामिल करने से त्वचा के समग्र स्वास्थ्य का समर्थन हो सकता है।

4. क्या अंगूर में चीनी की मात्रा अधिक होती है?

अंगूर में प्राकृतिक शर्करा होती है, मुख्य रूप से फ्रुक्टोज और ग्लूकोज। औसतन, उनमें प्रति 100 ग्राम में लगभग 15 ग्राम चीनी होती है। हालाँकि अंगूर में चीनी होती है। लेकिन कुछ अन्य फलों की तुलना में उन्हें चीनी की मात्रा में मध्यम माना जाता है। मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों या अपने चीनी सेवन पर नज़र रखने वालों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे मात्रा के बारे में सावधान रहें।

5. क्या अंगूर शरीर के लिए ठंडा या गर्म होता है?

आयुर्वेद जैसी पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में, अंगूर को अक्सर “शीतल” खाद्य पदार्थ माना जाता है। माना जाता है कि वे शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं, जिससे वे गर्म मौसम के दौरान एक लोकप्रिय विकल्प बन जाते हैं।

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